‘संदेसे आते हैं…’, डिजिटल दुनिया में अब इतिहास बन जाएगा रजिस्टर्ड डाक, भारत में ऐसे शुरू हुआ था चिट्ठियों का सफर

‘संदेसे आते हैं…’, डिजिटल दुनिया में अब इतिहास बन जाएगा रजिस्टर्ड डाक, भारत में ऐसे शुरू हुआ था चिट्ठियों का सफर

India Post : कबूतर ही संदेश पहुंचाने का एकमात्र जरिया नहीं थे। भारत का पुराना डाक नेटवर्क दिल्ली सल्तनत के समय में काफी विकसित हुआ। भारतीय डाक विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक, करीब 1296 में अलाउद्दीन खिलजी ने रिले धावकों और घोड़ों की मदद से एक व्यवस्थित डाक व्यवस्था शुरू की

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