तरह-तरह के निराधार आरोप लगाने वालों और उस पर विश्वास करने वाले नेताओं-कार्यकर्ताओं की संख्या इस बीच बढ़ी है। इस कारण भी राजनीति की साख कम हुई है। इस कारण और दूसरे कई कारणों से बलराज मधोक को भारतीय जनसंघ ने सन 1973 में पार्टी से निकाल दिया था
70 के दशक में चुनावी धांधली का निराधार आरोप लगाने के कारण घट गई थी बलराज मधोक की राजनीतिक साख