Israel ने राफाह को किया तबाह, गाज़ा के लोग भयभीत

Israel ने राफाह को किया तबाह, गाज़ा के लोग भयभीत

Israel और गाज़ा के बीच चल रहे संघर्ष में एक और बड़ा कदम उठाया गया है। इज़राइल ने राफाह को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है, जिससे गाज़ा में रहने वाले लाखों लोग और भी ज्यादा भयभीत हो गए हैं। इस ब्लॉग में हम इस गंभीर स्थिति पर विस्तार से चर्चा करेंगे और यह समझने की कोशिश करेंगे कि इज़राइल की यह कार्रवाई गाज़ा के लोगों के लिए क्या मायने रखती है।

इज़राइल की सेना गाजा पट्टी के दक्षिणी किनारे पर स्थित राफा शहर के बाकी अवशेषों को समतल कर रही है, जैसा कि निवासियों का कहना है, और उन्हें डर है कि यह एक योजना का हिस्सा हो सकता है जिसके तहत जनसंख्या को विशाल शिविर में समाहित करने के लिए एक स्थान पर बंद कर दिया जाएगा।

गाजा पट्टी के 2.3 मिलियन निवासियों को लगभग दो महीनों से कोई खाद्य या चिकित्सा आपूर्ति नहीं मिली है, जब से इज़राइल ने क्षेत्र पर अपनी सबसे लंबी पूर्ण नाकेबंदी लागू की थी, जो एक छह सप्ताह के संघर्षविराम के गिरने के बाद शुरू हुई थी।

इज़राइल ने मध्य मार्च में अपनी ज़मीन पर अभियान फिर से शुरू किया और तब से उसने ज़मीन के बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया है और निवासियों को बाहर जाने का आदेश दिया है, जिसे वह गाजा के किनारों के चारों ओर “बफर ज़ोन” कहता है, जिसमें राफा भी शामिल है, जो पट्टी का लगभग 20 प्रतिशत है।

इज़राइली सार्वजनिक प्रसारक कैन ने शनिवार (26 अप्रैल) को रिपोर्ट किया कि सेना राफा में एक नया “मानवाधिकार क्षेत्र” स्थापित कर रही थी, जहाँ नागरिकों को सुरक्षा जांच के बाद स्थानांतरित किया जाएगा ताकि हमास के लड़ाकों को बाहर रखा जा सके। सहायता निजी कंपनियों द्वारा वितरित की जाएगी। BestPrimeNews

Israel की राफाह पर बमबारी

इज़राइल का राफाह पर हमला पिछले कई महीनों से बढ़ते तनाव का नतीजा था। राफाह, जो गाज़ा के दक्षिणी हिस्से में स्थित एक प्रमुख शहर है, को इज़राइल के हमलों के कारण पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया। इज़राइल ने अपने सैन्य अभियानों के तहत इस शहर को निशाना बनाया, जिसके परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में घर, इमारतें और बुनियादी ढांचे को नुकसान हुआ। इज़राइल की इस कार्रवाई से गाज़ा के लोग न केवल शारीरिक रूप से प्रभावित हुए हैं, बल्कि मानसिक रूप से भी परेशान हो गए हैं।

Gaza के लोग इज़राइल के हमले से कैसे प्रभावित हुए

इज़राइल के हमले से गाज़ा के लोगों के जीवन में भारी बदलाव आया है। उनके पास अब सुरक्षित स्थान नहीं बचा है, और वे अपनी जान बचाने के लिए इधर उधर भाग रहे हैं। बहुत से लोग अपने घरों को छोड़कर शरणार्थी शिविरों की ओर बढ़ रहे हैं, लेकिन वहां भी स्थिति बहुत खराब है। गाज़ा के लोग अब इज़राइल की इस रणनीति को लेकर चिंतित हैं कि क्या उनका भविष्य अंधकारमय होगा।

Israel और Gaza के बीच जारी तनाव

Israel और गाज़ा के बीच संघर्ष की जड़ें बहुत गहरी हैं। यह संघर्ष दशकों पुराना है और विभिन्न घटनाओं और कूटनीतिक विफलताओं के कारण बढ़ता जा रहा है। इज़राइल का लक्ष्य अपनी सुरक्षा को सुनिश्चित करना है, जबकि गाज़ा के लोग स्वतंत्रता और स्वायत्तता की मांग कर रहे हैं। यह संघर्ष धार्मिक, राजनीतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से अत्यंत जटिल है। Israel के आक्रमणों के कारण गाज़ा में जीवन की स्थिति बेहद कठिन हो गई है, और इसने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने एक नई चुनौती खड़ी कर दी है।

“धमाके कभी नहीं रुकते, दिन हो या रात, जब भी ज़मीन हिलती है, हम जानते हैं कि वे रफ़ाह में और अधिक घरों को नष्ट कर रहे हैं। रफ़ाह अब खत्म हो चुका है,” तामेर, जो गाज़ा सिटी के एक व्यक्ति हैं और देइर अल-बलह में, जो उत्तर में है, विस्थापित हुए हैं, ने रॉयटर्स को टेक्स्ट संदेश के माध्यम से बताया।

उन्होंने कहा कि उन्हें मिस्र की सीमा पार से अपने दोस्तों के फोन कॉल्स आ रहे हैं, जिनके बच्चे धमाकों से जाग रहे हैं।

अबू मोहम्मद, जो गाज़ा में एक और विस्थापित व्यक्ति हैं, ने रॉयटर्स को टेक्स्ट में कहा: “हम डरते हैं कि वे हमें रफ़ाह में ले जाकर बंदीगृह जैसे हालात में डाल सकते हैं, जो पूरी तरह से दुनिया से अलग-थलग होगा।”

Israel का सैन्य अभियान

Israel का सैन्य अभियान गाज़ा पर पिछले कुछ समय से तेज़ी से बढ़ा है। इज़राइल का कहना है कि यह हमले आतंकवादियों के खिलाफ हैं, लेकिन गाज़ा के नागरिकों के लिए यह स्थिति बहुत कठिन होती जा रही है। इज़राइल की सैन्य ताकत के सामने गाज़ा के लोग असहाय महसूस कर रहे हैं, क्योंकि उनका न तो कोई ठिकाना है और न ही किसी प्रकार का सैन्य समर्थन।

International Community की प्रतिक्रिया

Israel के राफाह पर हमले और गाज़ा में होने वाली तबाही ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया है। संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ और कई अन्य देशों ने इस हिंसा की निंदा की है और इज़राइल से अपील की है कि वह गाज़ा में नागरिकों के खिलाफ हमले बंद करे। हालांकि, इज़राइल ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा है कि यह कदम गाज़ा में आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए उठाया गया है।

Israel के खिलाफ गाज़ा के लोगों की प्रतिक्रिया

गाज़ा के लोग Israel की इस कार्रवाई के खिलाफ कई तरह से प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं। राफाह की तबाही के बाद, गाज़ा में लोग सड़कों पर उतर आए हैं और इज़राइल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। गाज़ा के लोग अब यह महसूस कर रहे हैं कि इज़राइल उनके भविष्य को नष्ट करने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। इसके अलावा, कई मानवाधिकार संगठन इस हमले की आलोचना कर रहे हैं और गाज़ा के नागरिकों के खिलाफ हो रही हिंसा को रोकने की मांग कर रहे हैं।

Israel के रणनीतिक लक्ष्य

Israel का यह सैन्य अभियान किसी एक शहर पर केंद्रित नहीं है, बल्कि उसका उद्देश्य गाज़ा में आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट करना है। इज़राइल का कहना है कि यह कदम गाज़ा में आतंकवादी संगठनों की गतिविधियों को रोकने के लिए उठाया गया है, लेकिन इसके बावजूद गाज़ा के नागरिकों की स्थिति बेहद कठिन हो गई है। Israel की इस कार्रवाई से गाज़ा के लोग और अधिक असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, और उनका भविष्य अब और भी अनिश्चित हो गया है।

Israel और गाज़ा के बीच संघर्ष के संभावित समाधान

इज़राइल और गाज़ा के बीच चल रहे इस संघर्ष का कोई स्थायी समाधान ढूंढना बेहद मुश्किल है। दोनों पक्षों के बीच गहरी नफरत और अविश्वास है, जो किसी भी समझौते को असंभव बना देता है। फिर भी, अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए कूटनीतिक रास्ते तलाशने की जरूरत है। यदि इज़राइल और गाज़ा के लोग एक दूसरे के दृष्टिकोण को समझने में सफल होते हैं, तो शायद इस संघर्ष का कोई हल निकाला जा सके।

कतर और मिस्र द्वारा मध्यस्थता की गई वार्ताएं अब तक संघर्षविराम को बढ़ाने में विफल रही हैं, जिसके दौरान हमास ने 38 बंधकों को रिहा किया और इज़राइल ने सैकड़ों कैदियों और हिरासत में लिए गए लोगों को रिहा किया।

गाजा में अभी भी 59 इज़राइली बंधक बंदी हैं, जिनमें से आधे से भी कम जीवित माने जाते हैं। हमास का कहना है कि वह उन्हें केवल उस समझौते के तहत रिहा करेगा जो युद्ध को समाप्त करता है; इज़राइल का कहना है कि वह केवल तबाही के पूर्ण निरस्तीकरण के बाद ही संघर्ष विराम पर सहमति देगा, जिसे लड़ाके नकारते हैं।

दोहा में, कतर के प्रधानमंत्री ने रविवार को कहा कि गाजा में नए संघर्षविराम तक पहुंचने की कोशिशों में कुछ प्रगति हुई है।

शुक्रवार को, विश्व खाद्य कार्यक्रम ने कहा कि गाजा में खाद्य भंडार खत्म हो गए हैं, क्योंकि गाजा पट्टी ने अब तक का सबसे लंबा बंद का सामना किया था।

कुछ निवासी सड़क पर घूमकर उन घासों को ढूंढ रहे थे जो प्राकृतिक रूप से जमीन पर उगती हैं, जबकि अन्य पेड़ों से सूखी पत्तियां इकट्ठा कर रहे थे। निराश होकर, मछुआरे कछुए पकड़ने लगे, उन्हें चमड़ा उतारकर उनका मांस बेचने लगे।

Israel के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दबाव

इज़राइल के खिलाफ बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव ने उसे अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर किया है। हालांकि, इज़राइल ने अपनी रक्षा के अधिकार को प्रमुख बताया है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय समुदाय के दबाव के बावजूद उसे इस संघर्ष में और अधिक गंभीर परिणाम भुगतने की संभावना है.

Conclusion

इज़राइल द्वारा राफाह को नष्ट करने की घटना गाज़ा के लोगों के लिए एक बड़ा झटका है। अब गाज़ा के लोग इस चिंता में जी रहे हैं कि क्या उनका भविष्य सुरक्षित रहेगा या नहीं। इज़राइल का यह सैन्य अभियान केवल गाज़ा के लोगों के लिए ही नहीं बल्कि पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र के लिए एक संकट बन गया है। इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए इज़राइल और गाज़ा दोनों पक्षों को एक दूसरे के दृष्टिकोण को समझकर एक स्थायी समाधान की ओर बढ़ने की आवश्यकता है। BestPrimeNews

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